रामलला (ramlala) के ललाट पर कैसे ठहरेंगी सूर्य की किरणें?
अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को हुए रामलला (Ramlala) की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बुधवार को पहली रामनवमी पर प्रभु के दिव्य जन्मोत्सव की तैयारियां की जा रही हैं। इस जन्मोत्सव को भव्य रूप देने के लिए मंदिर में बिजली के झालरों की सजावट की गई। साथ ही मंदिर को फूलों व रंगोली से सजाया गया है। मंदिर परिसर में धार्मिक अनुष्ठान नवरात्र से ही चल रहे हैं। बुधवार को दोपहर 12 बजे प्रभु रामलला के प्रतीकात्मक जन्म के बाद दोपहर 12:16 बजे पर उनके ललाट पर पांच मिनट तक सूर्य की किरणों से प्रभु श्रीराम का अभिषेक किया जाएगा। इसकी तकनीकी व्यवस्था की गई है।